देश में कोरोनावायरस के 116 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें भारत आने के बाद संक्रमण की चपेट में आए 17 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अब तक 14 संक्रमित ठीक हो चुके हैं। महाराष्ट्र स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, सोमवार को कोरोनावायरस के चार नए मामले सामने आए, राज्य में संक्रमितों की संख्या अब 37 हो गई है। वहीं, ओडिशा में भी संक्रमण का पहला मामला सामने आया। यहां इटली से लौटे 33 वर्षीय रिसर्चर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उधर, उत्तराखंड स्थित आईआईटी रुड़की में एक विदेशी और आठ भारतीय छात्र संदिग्ध पाए गए। इन्हें संस्थान के खोसला गेस्ट हाउस में ही आईसोलेशन में रखा गया है। ये सभी हाल ही में विदेश से लौटे थे। वहीं, संक्रमण के खतरे को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में वकीलों, याचिकाकर्ताओं और पत्रकारों की भी स्क्रीनिंग की गई।
15 राज्यों में स्कूल-कॉलेज बंद
15 राज्यों में सरकार के आदेश के बाद स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। इन राज्यों में सार्वजनिक कार्यक्रमों और ज्यादा भीड़ जुटने की संभावना वाले कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है। उधर, ईरान में फंसे 53 भारतीयों को सोमवार तड़के वापस लाया गया। विदेशों से अब तक 1490 भारतीय निकाले जा चुके हैं
5 राज्यों में 13 मरीज ठीक हुए
राज्य | ठीक हुए मरीज |
उत्तर प्रदेश | 4 |
राजस्थान | 3 |
केरल | 3 |
दिल्ली | 2 |
तेलंगाना | 1 |
कहां से कितने भारतीय निकाले गए?
देश | निकाले गए भारतीय |
चीन | 766 |
जापान | 124 |
ईरान | 389 |
इटली | 211 |
सोमवार को ईरान से 53 भारतीय लाए गए
ईरान के तेहरान और शिराज शहर से लाए गए सभी 53 लोगों को राजस्थान के जैसलमेर में सेना के क्वारैंटाइन सेंटर में भेज दिया गया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर इवैकुएशन में मदद करने के लिए ईरान के भारतीय दूतावास और ईरानी अधिकारियों को धन्यवाद दिया। इस बीच जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो से फोन पर बात की। दोनों नेताओं ने कोरोनावायरस से निपटने के लिए भारत-अमेरिका के बीच सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।
ईरान ने वहां फंसे भारतीयों को निकालने में मदद की पेशकश की
महान एयरलाइंस ने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखकर ईरान में फंसे भारतीयों को बाहर निकालने में मदद करने की पेशकश की है। एयरलाइंस के प्रबंध निदेशक ने कहा है कि हम बिना किसी वाणिज्यिक लाभ के और मानवता के नाते भारतीयों को उनके देश पहुंचाएंगे। ऐसा तब संभव होगा जब भारत सरकार हमें अनुमति देगी।
अपडेट्स:
- कोरोनावायरस के चलते छत्तीसगढ़ विधानसभा 25 मार्च तक स्थगित कर दी गई है। 26 मार्च को राज्ससभा के लिए चुनाव होने हैं।
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, राजस्थान के तीन संक्रमित लोग ठीक हुए। देश में कुल 13 लोगों के संक्रमण से बाहर आने की पुष्टि।
- दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कोरोनावायरस संदिग्ध भागा। उसे आइसोलेशन वार्ड में ले जाया जा रहा था।
- कलबुर्गी के डिप्टी कमिश्नर ने जिले के सभी बार और रेस्टोरेंट अगले आदेश तक बंद रखने का निर्देश दिया।
- जम्मू-कश्मीर में सऊदी अरब से लौटे एक व्यक्ति को तेज बुखार था। उसे आइसोलेशन में रखा गया है। फिलहाल उसके संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि महाराष्ट्र के बुलढ़ाणा में मरा व्यक्ति कोरोनावायरस संक्रमित नहीं था। उसकी रिपोर्ट निगेटिव थी। वह सऊदी से लौटा था और उसे डायबटीज और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत थी।
देश में कोरोनावायरस संक्रमण के सबसे ज्यादा 37 मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं। 22 संक्रमितों के साथ केरल दूसरे नंबर पर है। पिछले दो दिन में महाराष्ट्र में 2, तेलंगाना में 2, केरल, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में एक-एक मामले सामने आए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से कोरोनावायरस को महामारी घोषित करने के बाद से अब तक भारत में पॉजिटिव लोगों के संपर्क में चार हजार लोग आए हैं। इनकी पहचान कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग से की गई है। देश भर में 42 हजार लोगों को कॉम्युनिटी सर्विलांस पर रखा गया।
पटना हाईकोर्ट 31 मार्च तक केवल अर्जेंट मामलों और नियमित बेल पर सुनवाई करेगा। 17 मार्च और 31 मार्च के बीच आने के मामले पर 4 अप्रैल के बाद सुनवाई होगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने सार्क देशों के राष्ट्राध्यक्षों से बात की
मोदी की पहल पर रविवार को 7 देशों के राष्ट्र प्रमुख वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए। मोदी ने कहा- डब्ल्यूएचओ ने कोरोना को महामारी घोषित किया है, लेकिन घबराना नहीं और हमेशा तैयार रहना संक्रमण से लड़ने के लिए भारत का मूलमंत्र रहा है। उन्होंने कोरोना संकट से निपटने के लिए सार्क देशों के सामने 10 मिलियन डॉलर (74 करोड़ रुपए) का इमरजेंसी फंड बनाने का प्रस्ताव रखा। इसमें सार्क देश अपनी इच्छा से अनुदान दे सकते हैं।
अदालतों में पूरी तरह शटडाउन संभव नहीं- सीजेआई
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एसए बोबडे ने रविवार को स्पष्ट किया कि कोरोनावायरस के संकट के चलते अदालतों में पूरी तरह शटडाउन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि वर्चुअल अदालतें अभी शुरू होनी हैं। ऐसे में मौजूदा समय में केवल सीमित शटडाउन ही किया जा सकता है। हालांकि, सीजेआई ने बार काउंसिल से अपील की कि विशेषज्ञों ने जो सुरक्षा उपाय बताए हैं, उनका पूरा पालन किया जाए।